मुंबई में ब्रिज का नामकरण , रखा 'सिंदूर ब्रिज' नाम
अगस्त 2022 में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते 150 साल पुराने कार्नैक ब्रिज को ध्वस्त किए जाने के बाद इसे बनाया गया है। यह ब्रिज प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों को जोड़ता है। पुल 328 मीटर लंबा है।
ईडी के मामले में कुल नकदी के रूप में लगभग 36.75 करोड़ रुपये की जब्ती की गई क्योंकि एजेंसी ने करीब तीन करोड़ रुपए अन्य स्थान से जब्त किये हैं जिसमें लाल के घर से जब्त किये गए 10.05 लाख रुपये भी शामिल है. मंगलवार को एक ठेकेदार के परिसर से भी डेढ़ करोड़ रुपए जब्त किए गए.
रांची. झारखंड के मंत्री एवं कांग्रेस नेता आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल के घरेलू सहायक जहांगीर आलम के घर से मिले करीब 35 करोड़ रुपए की आंच राज्य के मंत्रालय तक जा पहुंची है. यही वजह है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को ग्रामीण विकास मंत्रालय पर छापा मारा. जांच अधिकारी अपने साथ आरोपी संजीव लाल को लेकर प्रोजेक्ट भवन पहुंचे, जहां ग्रामीण विकास मंत्रालय है.
दो दिन पहले ही ईडी ने छापेमारी के दौरान संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के घर और दूसरे ठिकानों से 35 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी बरामद की थी. ईडी ने यह भी दावा किया कि मंत्री के ग्रामीण विकास विभाग के शीर्ष से लेकर निचले स्तर तक के अधिकारी कथित अवैध नकद भुगतान सांठगांठ में शामिल थे.
केंद्रीय जांच एजेंसी ने यहां एक फ्लैट में तलाशी लेने के बाद 6 मई को संजीव कुमार लाल (52) और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम (42) को गिरफ्तार किया. तलाशी के दौरान उस फ्लैट से 32.20 करोड़ रुपये जब्त किया गया, जहां आलम रहा करता था.
ग्रामीण विकास मंत्री एवं कांग्रेस नेता आलमगीर आलम के सचिव लाल और जहांगीर आलम को यहां न्यायाधीश प्रभात कुमार शर्मा की विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उन्हें छह दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया. ग्रामीण विकास विभाग से जुड़ी धन शोधन जांच के तहत ईडी द्वारा यह जब्ती की गई.
ईडी के मामले में कुल नकदी के रूप में लगभग 36.75 करोड़ रुपये की जब्ती की गई क्योंकि एजेंसी ने करीब तीन करोड़ रुपए अन्य स्थान से जब्त किये हैं जिसमें लाल के घर से जब्त किये गए 10.05 लाख रुपये भी शामिल है. 7 मई को एक ठेकेदार के परिसर से भी डेढ़ करोड़ रुपए जब्त किए गए.
हालांकि, आलमगीर आलम (70) ने लाल की गतिविधियों से अपनी दूरी बना ली है. 6 मई को संवाददाताओं से बात करते हुए मंत्री ने कहा था कि लाल ने पूर्व में राज्य सरकार के दो मंत्रियों के साथ काम किया था. एजेंसी ने कहा कि वरिष्ठ नौकरशाहों और राजनीतिक नेताओं के नाम मामले में उभर कर सामने आए हैं और इसकी जांच की जा रही है.
अगस्त 2022 में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते 150 साल पुराने कार्नैक ब्रिज को ध्वस्त किए जाने के बाद इसे बनाया गया है। यह ब्रिज प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों को जोड़ता है। पुल 328 मीटर लंबा है।
कांग्रेस से संबद्ध पांच प्रधानमंत्रियों ने करीब सात दशक में कुल 17 बार विदेशी संसद को संबोधित किया था। अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी ने इस आंकड़े की बराबरी कर ली है।
आपको याद होगा कुछ समय पहले इजरायल में संकट हुआ था तो भारत ने अपने लोगों को वहां काम करने के लिए भेजा था. अब एक और दोस्त देश भारतीयों को बुला रहा है. वहां के लोग या तो यूक्रेन से जंग लड़ रहे हैं या फिर ऐसे काम करना नहीं चाहते हैं. इसी साल अगर आप रूस जाकर काम करने की इच्छा रखते हैं तो ऐसे 10 लाख लोगों की भर्ती होने वाली है.