मुंबई में ब्रिज का नामकरण , रखा 'सिंदूर ब्रिज' नाम
अगस्त 2022 में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते 150 साल पुराने कार्नैक ब्रिज को ध्वस्त किए जाने के बाद इसे बनाया गया है। यह ब्रिज प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों को जोड़ता है। पुल 328 मीटर लंबा है।
BSNL ने हाल ही में अपनी D2D टेक्नोलॉजी की घोषणा की है। कंपनी ने पिछले महीने आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस में इस टेक्नोलॉजी का डेमो भी दिया था। इस टेक्नोलॉजी के जरिए बिना सिम कार्ड के कॉलिंग की जा सकेगी।
BSNL ने पिछले महीने अपने नए लोगो और स्लोगन का अनावरण किया है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी ने इसके साथ अपनी 7 नई सर्विस भी लॉन्च की है, जिनमें स्पैम फ्री नेटवर्क, ATS Kiosk और D2D सर्विस शामिल हैं। भारत संचार निगम लिमिटेड ने D2D यानी डायरेक्ट-टू-डिवाइस सर्विस को फिलहाल ट्रायल बेस पर पेश किया है। इसमें बिना किसी सिम कार्ड और मोबाइल नेटवर्क के भी कॉल किया जा सकता है।
क्या है D2D टेक्नोलॉजी?
BSNL की यह सर्विस सैटेलाइट के जरिए मोबाइल डिवाइस जैसे कि स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच समेत अन्य गैजेट्स को कनेक्ट करता है। इसमें किसी भी टेरेस्टियल मोबाइल नेटवर्क की जरूरत नहीं होती है। BSNL ने D2D सर्विस के लिए Viasat के साथ साझेदारी की है। कुछ दिन पहले ही इसका सफल ट्रायल भी पूरा कर लिया गया है। यूजर्स बिना सिम कार्ड के डायरेक्ट मोबाइल डिवाइस के ऑडियो-वीडियो कॉल कर पाएंगे।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस के दौरान किए गए इस ट्रायल में BSNL ने Android स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हुए 36,000 किलोमीटर दूर के सेटेलाइट नेटवर्क के जरिए फोन कॉल किया था। बीएसएनएल की इस सुविधा का लाभ खास तौर पर इमरजेंसी या फिर किसी प्राकृतिक आपदा के दौरान लिया जा सकेगा। D2D टेक्नोलॉजी का उपयोग करके इमरजेंसी में मदद ली जा सकेगी और फंसे लोगों को निकालने में मदद होगी।
Jio, Airtel भी हैं रेस में
BSNL के अलावा रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया भी सैटेलाइट कनेक्टिविटी सर्विस पर काम कर रहे हैं। वहीं, एलन मस्क की कंपनी Starlink और Amazon भी भारत में सैटेलाइट सर्विस पहुंचाने के लिए आवेदन दिया है। फिलहाल इन दोनों कंपनियों को दूरसंचार विभाग यानी DoT की तरफ से अप्रूवल नहीं मिला है।
सरकार इस समय सैटेलाइट कनेक्विटी के लिए स्पेक्ट्रम अलोकेशन की प्रक्रिया की तैयारी में है। दूरसंचार विभाग ने इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स से इसकी प्राइसिंग और अलोकेशन को लेकर सुझाव मांगे हैं। फीडबैक मिलने के बाद स्पेक्ट्रम के आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, जिसके बाद BSNL, Airtel, Jio समेत अन्य प्लेयर्स अपनी सैटेलाइट सर्विस शुरू कर पाएंगे।
अगस्त 2022 में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते 150 साल पुराने कार्नैक ब्रिज को ध्वस्त किए जाने के बाद इसे बनाया गया है। यह ब्रिज प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों को जोड़ता है। पुल 328 मीटर लंबा है।
कांग्रेस से संबद्ध पांच प्रधानमंत्रियों ने करीब सात दशक में कुल 17 बार विदेशी संसद को संबोधित किया था। अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी ने इस आंकड़े की बराबरी कर ली है।
आपको याद होगा कुछ समय पहले इजरायल में संकट हुआ था तो भारत ने अपने लोगों को वहां काम करने के लिए भेजा था. अब एक और दोस्त देश भारतीयों को बुला रहा है. वहां के लोग या तो यूक्रेन से जंग लड़ रहे हैं या फिर ऐसे काम करना नहीं चाहते हैं. इसी साल अगर आप रूस जाकर काम करने की इच्छा रखते हैं तो ऐसे 10 लाख लोगों की भर्ती होने वाली है.