ऋषि सुनक नहीं बचा सके अपनी गद्दी
हार के पांच बड़े कारण हैं जिनके कारण ब्रिटेन के संसदीय चुनाव में मौजूदा पीएम ऋषि सुनक को करारी हार का सामना करना पड़ा है.
हार के पांच बड़े कारण हैं जिनके कारण ब्रिटेन के संसदीय चुनाव में मौजूदा पीएम ऋषि सुनक को करारी हार का सामना करना पड़ा है.
Airtel, Jio और Vi ने अपने मोबाइल टैरिफ बढ़ा दिए हैं। तीनों प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने मिनिमम रिचार्ज प्लान की दरों में भी इजाफा कर दिया है। अब यूजर्स को अपना सिम एक्टिव रखने के लिए पहले के मुकाबले ज्यादा खर्च करना होगा।
भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 पर हुआ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन,*
एक जुलाई से लागू किये गये भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक संहिता एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम से अब हर किसी को समय पर सुलभ रूप से न्याय मिलेगा। न्याय में देरी नहीं होगी।
हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ से 121 लोगों की मौत के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. पहले भी देश में धार्मिक आयोजनों या धार्मिक स्थलों पर ऐसे हादसे होते रहे हैं. जिसके बाद जांच और कार्रवाई तो होती है पर कोई जिम्मेदार सबक लेता नहीं दिखाई देता है. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर धार्मिक आयोजन या स्थल पर ही ऐसे हादसे क्यों होते हैं? क्या हैं इनकी वजह?
मानसून के साथ ही देश में डेंगू के मामले बढ़ने लगे हैं. एनआईवी में आए 100 सैंपल में से 50 में डेंगू की पुष्टि हुई है. ऐसे में एक्सपर्ट्स ने आने वाले दिनों में डेंगू के मामले बढ़ने की आशंका जताई है. डॉक्टरों ने लोगों को डेंगू से बचाव करने को कहा है.
केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद जिस तरह से संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत का बयान आया है वह भाजपा और संघ के रिश्ते किस तरह के हैं यह खुलकर के सामने आ गया है।
जैसा खाओ अन्न वैसा रहे मन यह कहावत हमारे प्राचीन खानपान के लिए बहुत ही समीचीन है। आयुर्वेद के अनुसार भारतीय 12 महीनों के अनुरूप आहार के नियम बनाये गए हैं जिसका पालन कर कोई भी स्वस्थ रह सकता है बीमारी उसके पास तक नहीं फटकेगी।
लोकसभा नतीजे आ चुके हैं, मोदी ने रविवार 9 जून को अपने 71 मंत्रियों सहित शपथ भी ले ली है, लेकिन सवाल अब भी है कि बीजेपी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा? जिनपर सबसे ज्यादा कयास लगाए जा रहे थे उनमें जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान के नाम थे पर वो तो मंत्री बन गए।
कैबिनेट सचिव, गृह सचिव और विदेश सचिव जैसे तीन शीर्ष पद अगले 4-6 महीनों में खाली हो जाएंगे, जब इन अधिकारियों को दिया गया सेवा विस्तार समाप्त हो जाएगा. ईडी को नया निदेशक मिल सकता है.
पीएम मोदी के इस नए मंत्रिमंडल में 21 सवर्ण, 27 ओबीसी, 10 एससी, 5 एसटी, 5 अल्पसंख्यक मंत्री शामिल हैं. इसमें 18 वरिष्ठ मंत्री भी शामिल हैं. पीएम मोदी के नए कैबिनेट में 11 एनडीए सहयोगी दलों से मंत्री बनाए गए हैं.
केंद्र सरकार से जुड़ा बड़ा और कड़ा फैसला लेना हो या मंत्रिपरिषद का निर्माण. प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी किसी को सोचने का मौका नहीं देते. उनके अगले कदम की खबर सिर्फ उन्हें होती है, जिन्हें वो खुद बतलाना चाहते हैं. वरना 30 साल का ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि मोदी को प्रिडिक्ट करना हमेशा चैलेंजिंग जॉब रहा है.