• 29 Jun, 2025

किराए पर रहने को मजबूर हैं रेमंड के पूर्व मालिक

किराए पर रहने को मजबूर हैं रेमंड के पूर्व मालिक

कंबल बेचने वाली छोटी सी फैक्ट्री को रेमंड जैसा ब्रांड बनाने वाले विजयपत सिंघानिया आज किराए के घर में अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं। किसने सोचा था कि कभी अंबानी से भी ज्यादा नेटवर्थ वाले विजयपत की आज ऐसी हालत हो जाएगी। उन्हें पाई पाई का मोहताज बनाया है बेटे विजय सिंघानिया ने। जी हां! ये बात खुद विजयपत ने कई बार बोली है।

मुंबई। हैरत की बात है कि जिस शख्स ने रेमंड के फर्श से अर्श तक का सफर करवाया, वो आज खुद मुश्किल समय में अपना वक्त गुजार रहे हैं। कभी अपने प्राइवेट प्लेन में वे उड़ा करते थे लेकिन आज उनके पास खुद की एक गाड़ी तक नहीं है। विजयपत ने 12,000 करोड़ रुपये की दौलत अपने बेटे के नाम कर जिंदगी की सबसे बड़ी गलती की। चलिये बात करते हैं अर्श से फर्श तक पहुंचे विजयपत सिंघानिया की.

कैलाश सिंघानिया ने साल 1980 में विजयपत सिंघानिया के हाथों में रेमंड की कमान सौंपी। इसके बाद विजयपत ने बखूबी ये जिम्मेदारी संभाली और फिर बस इसे अर्श तक पहुंचाने का सिलसिला जारी रहा। साल 1990 में विजयपत ने पहली बार भारत में अपना शोरूम खोला। इसके बाद साल 2015 में उन्होंने अपने बेटे गौतम सिंघानिया के हाथों में कंपनी की कमान सौंप दी। अपने सारे शेयर बेटे के नाम ट्रांसफर कर दिये। शायद ये उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी। उस समय शेयरों की कीमत 1000 करोड़ रुपये थी। इसके बाद से ही बेटे ने ऐसा रंग दिखाया कि दोनों का रिश्ता सुधरने की बजाय बिगड़ने लगा।

घर को लेकर विवाद ऐसा बढ़ा कि बेटे ने बाप को ही घर से बेदखल कर दिया। मुंबई के पॉश इलाके में आलीशान जेके हाउस से विजयपत को निकालकर किराए के घर पर रहने के लिए मजबूर कर दिया। 97 तेजस और 156 प्रचंड लड़ाकू हेलीकॉप्टर सेना में होंगे शामिल, डील को मिली मंजूरी रेमंड के फाउंडर विजयपत सिंघानिया खुद इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि उन्होंने सारा बिजनेस बेटे के नाम कर बहुत बड़ी गलती की। बेटे ने न सिर्फ घर बल्कि अपने पिता से कार और फिर ड्राइवर तक छीन लिया।

रिपोर्ट के मुताबिक पिता विजयपत ने मालाबार हिल्स में अपने ड्यूपलेक्स घर पर अपना अधिकार मांगा था, बस तभी से दोनों के बीच का विवाद बढ़ता ही चला गया। अब विजयपत ने एक इंटरव्यू में अपने बेटे को लालची और घमंडी बताया है। उन्होंने कहा कि उनका बेटा उन्हें सड़क पर देखकर खुश होता है। बेटे को सारी संपत्ति सौंपना उनकी सबसे बड़ी गलती थी।