• 28 Jun, 2025

तुर्किये के खिलाफ भारत का "एपल वार"

तुर्किये के खिलाफ भारत का "एपल वार"

भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव में तुर्किये के रवैये से भारत काफी नाराज हुआ है. भारतीय व्यापारियों ने तुर्किये के प्रति गुस्सा जाहिर करते हुए वहां से व्यापार बंद कर दिया है. तुर्किये को सबक सिखा रहा भारत, बॉयकॉट का लगा नारा, सेब का व्यापार भी किया ठप

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले को लेकर भारत ने पाकिस्तान और PoK में स्थित आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया. वहीं पाकिस्तान ने इसका बदला लेते हुए भारत पर कई ड्रोनों और मिसाइलों से हमला किया, जिनका भारत ने भी भरपूर जवाब दिया. भारत के सामने पाकिस्तान के चीन और तुर्किये निर्मित मिसाइल और ड्रोन तिनके की तरह टूट गए. एक ओर जहां की देश आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन कर रहे थे तो वहीं तुर्किये और चीन जैसे देश पाकिस्तान के साथ खड़े हो गए. 
तुर्किये के आतकंवाद को समर्थन देने की वजह से भारतीयों में इसके प्रति काफी गुस्सा फैला हुआ है. देशभर में टर्की को बॉयकॉट करने की बात की जा रही है. इग्सिगो और ईज माई ट्रिप जैसे कई प्लेटफॉर्म्स तुर्किये की फ्लाइट्स और होटल बुकिंग्स सस्पेंड कर रहे हैं. इतना ही नहीं भारतीय व्यापारी तुर्किये से आने वाले तुर्की के सेबों का भी बहिष्कार कर रहे हैं.  बाजार से तुर्की के सेब गायब हो चुके हैं. इसके बदले भारत हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, ईरान, न्यूजीलैंड और वाशिंगटन के सेबों को प्राथमिकता दे रहा है.  
तुर्किये से बंद किया सेब का व्यापार 
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और तुर्किये के पाकिस्तान को समर्थन देने के बाद से भारत में सेब का व्यापार प्रभावित हुआ है. ईरान के सेबों की कीमतों में अब बढ़ोत्तरी हो चुकी है. 10 किलोग्राम ईरानी सेब की कीमत 200-300 रुपये तक बढ़ गई है. वहीं रिटेल प्राइस प्रति किलोगआम 20-30 किलोग्राम बढ़ी है. बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे में व्यापारियों ने तुर्की से आने वाले सेबों की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगा दी है.  स्थानीय बाजारों से भी ये गायब हो चुके हैं.   बता दें कि भारत-पाकिस्तान तनाव में तुर्किये के रवैये से भारत काफी नाराज हुआ है. वहीं भारत के व्यापारियों ने विरोध जताते हुए तुर्किये से हर तरह का व्यापार करने से मना कर दिया है. अक्सर पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्किये को लेकर भारतीय व्यापारियों का कहना है कि यह एक रणनीतिक संदेश है कि भारत हर स्तर के अपने विरोधियों को जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.