मुंबई में ब्रिज का नामकरण , रखा 'सिंदूर ब्रिज' नाम
अगस्त 2022 में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते 150 साल पुराने कार्नैक ब्रिज को ध्वस्त किए जाने के बाद इसे बनाया गया है। यह ब्रिज प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों को जोड़ता है। पुल 328 मीटर लंबा है।
4 विषयों में मास्टर्स और PHD करने वाला आज सब्जी की रेहड़ी लगाने को मजबूर है। उसका वीडियो भी वायरल हो रहा है, जानें क्यों?
सोशल मीडिया पर एक सब्जी वाले का वीडियो काफी वायरल हो रहा है। यह सब्जी वाला PHD डिग्री होल्डर है, जो पंजाबी यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर भी रह चुका है, लेकिन नौकरी छोड़कर इन दिनों पर रेहड़ी पर सब्जी बेचने को मजबूर है। 4 विषयों में MA और PHD कर चुका यह सब्जी वाला पंजाब के अमृतसर जिले का रहने वाला है। इसका नाम डॉ. संदीप सिंह है और पटियाला में सब्जी बेचने का काम करता है। इसने अपनी रेहड़ी का नाम ही PhD Sabzi Wala रखा हुआ है। लोगों ने इस सब्जी वाले की कहानी सुनकर उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया।
39 साल के संदीप सिंह ने 2017 में लॉ सब्जेक्ट में PHD की थी। वह पंजाबी, जर्नलिज्म, राजनीति विज्ञान समेत 4 विषयों में MA भी कर चुका है। करीब 11 वर्षों तक उसने पंजाबी विश्वविद्यालय के कानून विभाग में बतौर प्रोफेसर पढ़ाया, लेकिन नौकरी छोड़ दी, क्योंकि एक तो सैलरी कम मिलती थी। दूसरा हर महीने सैलरी कट जाती थी और समय पर भी नहीं मिलती थी, इससे उसके लिए घर चलाना मुश्किल हो रहा था। उसने दूसरी नौकरी की तलाश भी की, लेकिन सफलता नहीं मिली। सरकार भी नौकरी दिलाने में असमर्थ है। ऐसे में जब सरकार और प्रशासन कुछ नहीं कर पाई तो वह सब्जी बेचने लगा।
संदीप सिंह बताते हैं कि घर तो चलाना ही है। नौकरी नहीं तो कुछ काम करना ही पड़ेगा, लेकिन ऐसी नौकरी का क्या फायदा, जिससे जरूरतें ही पूरी न हो सकें। सरकार को नौकरी क्वालिफिकेशन के हिसाब से देनी चाहिए, लेकिन पढ़ाई जरूरी करनी चाहिए। इस मामले में कोई समझौता न करें, क्योंकि पढ़ाई ने मुझे बहुत कुछ दिया है। मैंने अपने स्टूडेंट्स को भी यही सिखाया कि पढ़ाई पूरी करो। चाहे कुछ हो जाए, कदम पीछे नहीं हटाने। अगर बुरे दिन हैं तो अच्छे दिन भी जाएंगे। अभी B.LIB कर रहा हूं। अपना ट्यूशन सेंटर खोलना चाहता हूं। सेविंग शुरू कर दी है, नौकरी नहीं तो क्या, अपनी ट्यूशन सेंटर चलाऊंगा।
अगस्त 2022 में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते 150 साल पुराने कार्नैक ब्रिज को ध्वस्त किए जाने के बाद इसे बनाया गया है। यह ब्रिज प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों को जोड़ता है। पुल 328 मीटर लंबा है।
कांग्रेस से संबद्ध पांच प्रधानमंत्रियों ने करीब सात दशक में कुल 17 बार विदेशी संसद को संबोधित किया था। अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी ने इस आंकड़े की बराबरी कर ली है।
आपको याद होगा कुछ समय पहले इजरायल में संकट हुआ था तो भारत ने अपने लोगों को वहां काम करने के लिए भेजा था. अब एक और दोस्त देश भारतीयों को बुला रहा है. वहां के लोग या तो यूक्रेन से जंग लड़ रहे हैं या फिर ऐसे काम करना नहीं चाहते हैं. इसी साल अगर आप रूस जाकर काम करने की इच्छा रखते हैं तो ऐसे 10 लाख लोगों की भर्ती होने वाली है.