मुंबई में ब्रिज का नामकरण , रखा 'सिंदूर ब्रिज' नाम
अगस्त 2022 में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते 150 साल पुराने कार्नैक ब्रिज को ध्वस्त किए जाने के बाद इसे बनाया गया है। यह ब्रिज प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों को जोड़ता है। पुल 328 मीटर लंबा है।
पाकिस्तान ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला ले लिया है और आतंकवादियों के 9 ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया और पाकिस्तान को करारा जवाब दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में भारत के PM की बागडोर संभाली। इससे बाद उन्होंने विदेश नीति में कई अहम कदम उठाए और पड़ोसी देशों से रिश्ते अच्छे करने की भरपूर कोशिश की, लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और भारत में हुए आतंकी हमलों में उसका हाथ रहा। इसके बाद PM मोदी ने जवाब देने का प्लान बनाया। अभी तक उनके नेतृत्व में ही भारत ने तीन बार पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक की और आतंक की कमर तोड़ दी। अब पहलगाम हमले का बदला भी भारत ने एयर स्ट्राइक के जरिए लिया। PM मोदी ने दुनिया को संदेश दिया है कि अब भारत आतंक के दंश नहीं सहेगा और घर में घुसकर उनका सफाया करेगा।
1. उरी सर्जिकल स्ट्राइक 2016
सितंबर 2016 में जैश ए मोहम्मद के चार आतंकी भारतीय आर्मी के उरी कैंप में घुस गए थे और घात लगाकर हमला किया था। इसलिए जवानों को बचने का मौका नहीं मिला। इस हमले में भारत के 18 जवान शहीद हो गए। इसके बाद वहां मौजूद स्पेशल फोर्सेस ने चारों आतंकियों को मार गिराया था।
फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में भारत ने सीमा पार आतंकी ठिकानों पर सितंबर 2016 में ही सर्जिकल स्ट्राइक की। भारतीय सैनिकों ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के लगभग तीन किलोमीटर के अंदर तक जाकर सात आतंकी ठिकानों को बुरी तरह से ध्वस्त किया था। सेना ने कहा था कि उसके विशेष बलों ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ का इंतजार कर रहे आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचाया जिसमें कई आतंकी मारे गए। तब दुनिया ने भारतीय सैनिकों की ताकत देखी थी। खुद भारतीय सेना द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बताया गया था।
2. बालाकोट एयर स्ट्राइक 2019
फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों ने CRPF के काफिले पर हमला किया। इस हमले में 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए। जवानों की शहादत ने पूरे देश को आक्रोश से भर दिया। फिर 26 फरवरी 2019 को तड़के करीब 3.30 बजे 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पार की और पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया, जब भारतीय विमानों ने सीमा पार करके सफलतापूर्वक अभियान को अंजाम दिया, तो पूरा देश खुशी से झूम उठा। भारतीय सैनिक अभिन्नदन वर्धमान जरूर सीमा पार पाकिस्तान की गिरफ्त में पहुंच गए थे, लेकिन बाद में भारत के दवाब में पाकिस्तान को उन्हें छोड़ना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति वहां दिखी।
3. ऑपरेशन सिंदूर 2025
22 अप्रैल को आतंवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में घूमने गए पर्यटकों पर हमला किया और 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी। इसके बाद भारत ने कड़े कदम उठाते हुए सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया, अटारी बॉर्डर बंद कर दिया और पाकिस्तानी नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने के आदेश दिया। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के संबंधों में तनाव चरम पर पहुंच गया। पाकिस्तान की तरफ से एटम बम की गीदड़भभकी भी दी गई। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो ने तो यहां तक कह दिया कि सिंधु नदी उनकी है। दरिया में या तो पानी बहेगा या उनका खून। भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में शांति से प्लान बनाया और पाकिस्तान को आईना दिखाया।
गृह मंत्रालय ने देश में मॉक ड्रिल करवाने का फैसला किया। मॉक ड्रिल नागरिकों को आपाताकालीन स्थिति से निपटने के लिए करवाई जाती है। इसी बीच 7 मई 2025 को भारत ने पाकिस्तान के 9 आंतकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। भारत ने आतंकी संगठन लश्कर और जैश के आतंक के अड्डे ध्वस्त कर दिए। भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। भारत ने पाकिस्तान के किसी भी नागरिक और सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया।
अगस्त 2022 में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते 150 साल पुराने कार्नैक ब्रिज को ध्वस्त किए जाने के बाद इसे बनाया गया है। यह ब्रिज प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों को जोड़ता है। पुल 328 मीटर लंबा है।
कांग्रेस से संबद्ध पांच प्रधानमंत्रियों ने करीब सात दशक में कुल 17 बार विदेशी संसद को संबोधित किया था। अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी ने इस आंकड़े की बराबरी कर ली है।
आपको याद होगा कुछ समय पहले इजरायल में संकट हुआ था तो भारत ने अपने लोगों को वहां काम करने के लिए भेजा था. अब एक और दोस्त देश भारतीयों को बुला रहा है. वहां के लोग या तो यूक्रेन से जंग लड़ रहे हैं या फिर ऐसे काम करना नहीं चाहते हैं. इसी साल अगर आप रूस जाकर काम करने की इच्छा रखते हैं तो ऐसे 10 लाख लोगों की भर्ती होने वाली है.