पेट की अच्छी सेहत के लिए ये खाएं और इन चीज़ों से करें परहेज़
क्या आपके साथ भी कभी ऐसा होता है कि पेट में एक अजीब सा दबाव और भारीपन बना हुआ महसूस होता है, शरीर में थकान लगती है और बिना किसी वजह के, बस ठीक नहीं लगता?
आयुर्वेद में शरीर के महत्वपूर्ण अंगों की सफाई के लिए कई प्राकृतिक उपाय हैं। ये उपाय आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ और स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। यहां कुछ आयुर्वेदिक सुझाव हैं:
1. लिवर की सफाई के लिए :- 20 ग्राम काली किशमिस और 1 ग्लास पानी लेकर मिक्सर मे ज्युस बनाकर सुबह खाली पेट 15 दिनों तक सेवन करने से लिवर की सफाई होती है |
2. किडनी की सफाई के लिए :- हरा धनिया 40 ग्राम +1 ग्लास पानी मिक्स करके मिक्सर मे पिस करके सुबह खाली पेट लिजिए यह 10 दिनों तक करने से किडनी की सफ़ाई होती है। और हमारी किडनी स्वस्थ रहती है।
3. हार्ट की सफाई के लिए :- 60 ग्राम अलसी को मिक्सर मे पीस लिजिए फिर सुबह शाम खालीपेट 10-10 ग्राम की मात्रा मे सेवन से हमारा हार्ट (हृदय) स्वस्थ रहता है यह उपाय 1 महिने तक करनां है।
4. दिमाग की सफाई के लिए :- बादाम 8 और अखरोट 2 नग लेकर रात को 1 ग्लास पानी मे भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करें। यह पूरे 2 महिनों तक करने से दिमाग को पूरी तरह से जहरमुक्त किया जा सकता है।
5. फेंफडो की सफाई के लिए :- 2 चम्मच शहद + 1 चम्मच नींबू का रस + 1 चम्मच अदरक का रस सभी चीजो को मिक्स करके सुबह खाली पेट सेवन करने से बिड़ी, सिगरेट, गुटखा या तंबाकु से जो नुकसान हमारे फेंफडो को हुआ है उन्हे सुधार होगा और हमारे फेंफडे पुरी तरह से स्वस्थ हो जाते है। यह प्रयोग करीब 20 दिनों तक करनां है।
प्राकृतिक उपचार के माध्यम से शरीर को निरोगी बना सकते हैं!
1. दिनचर्या (Daily Routine): अपने दिन की शुरुआत उठते ही गर्म पानी के साथ हल्दी पानी पीने के साथ करें। इससे आपके शरीर की सफाई होती है और विषैले तत्वों का निष्कासन होता है।
2. आहार (Diet): अपने आहार में अधिक प्राकृतिक और स्वास्थ्यप्रद आहार शामिल करें। ताजे फल, सब्जियाँ, दालें, अनाज, हर्बल चाय और पानी का प्रयोग करें। उत्तम आहार सेवन से शरीर की सफाई होती है।
3. व्यायाम (Exercise): नियमित व्यायाम करना भी शरीर की सफाई में मदद करता है। योग, प्राणायाम, और ध्यान शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।
4. प्राकृतिक सामग्री (Natural Ingredients): नारियल तेल, नीम, तुलसी, आमला, अदरक, लहसुन, लौंग, अजवाइन, और शहद जैसी प्राकृतिक सामग्री का उपयोग करें।
5. पानी (Hydration): रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीना शरीर की सफाई के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
6. विश्राम (Rest): पर्याप्त आराम लेना भी शरीर को विश्राम देता है और संतुलित स्वास्थ्य को बनाए रखता है।
7. अजवाइन का प्रयोग (Ajwain Usage): अजवाइन का सेवन भोजन में करने से आपके पाचन तंत्र को सही रखने में मदद मिलती है।
8. अर्क और चूर्ण (Herbal Extracts and Powders): विभिन्न जड़ी-बूटियों से बने अर्क और चूर्ण का सेवन करें, जैसे नीम, आंवला, अम्ला, त्रिफला, आदि।
यदि आप किसी विशेष समस्या के लिए आयुर्वेदिक सलाह चाहते हैं, तो अपने निकटतम आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें। वे आपके लिए सही और व्यक्तिगत सलाह प्रदान कर सकते हैं।
क्या आपके साथ भी कभी ऐसा होता है कि पेट में एक अजीब सा दबाव और भारीपन बना हुआ महसूस होता है, शरीर में थकान लगती है और बिना किसी वजह के, बस ठीक नहीं लगता?
हैदराबाद में भारत का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित ब्लड टेस्ट लॉन्च किया गया है, जिसमें खून निकालने के लिए न तो सुई की जरूरत है और न ही बोतल की।
अम्लीय रक्त (blood) दिल की नलियों में से निकल नहीं पाती और नलियों में blockage कर देता है ,तभी heart attack होता है इसके बिना heart attack नहीं होता और ये आयुर्वेद का सबसे बढ़ा सच है जिसको कोई डाक्टर आपको बताता नहीं